सुरक्षा मिशन – ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से रक्षा क्षमता को मजबूती
प्रकाशित: 15 अगस्त 2025 | स्थान: नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर देश की सुरक्षा क्षमता को और मज़बूत बनाने के लिए ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की घोषणा की। इन पहलों का लक्ष्य अत्याधुनिक तकनीक, स्वदेशी समाधान और तेज़ प्रतिक्रिया क्षमता के साथ तीनों सेनाओं की शक्ति बढ़ाना है।

सरकार रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को गति देने के लिए समग्र अपग्रेड की ओर बढ़ रही है। ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का फोकस वायु रक्षा तंत्र, सेंसर-टू-शूटर लूप और इंटरसेप्ट क्षमताओं के आधुनिकीकरण पर है, जबकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ समुद्री सुरक्षा—पनडुब्बियों, सतह बेड़े, तटीय निगरानी और एंटी- सबमरीन युद्धक क्षमताओं— को उन्नत करने पर केंद्रित है। इन पहलों से तैनाती, निगरानी, कमान-नियंत्रण और प्रतिक्रिया समय में सुधार अपेक्षित है।
🔑 प्रमुख घोषणाएँ
- मिशन सुदर्शन चक्र: बहु-स्तरीय वायु रक्षा व इंटरसेप्टर नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण
- ऑपरेशन सिंदूर: नौसैनिक बेड़े, पनडुब्बी व समुद्री निगरानी का आधुनिकीकरण
- स्वदेशी तकनीक: मेक-इन-इंडिया प्रणालियों व घरेलू सप्लाई-चेन को बढ़ावा
- तेज़ प्रतिक्रिया: सेंसर-फ्यूज़न, डेटा-लिंक व कमान-नियंत्रण में सुधार
- दीर्घकालिक लक्ष्य: 2047 तक आधुनिक, आत्मनिर्भर व निर्यातक्षम रक्षा इकोसिस्टम
नोट: यह पोस्ट घोषणाओं के मुख्य बिंदुओं का सार प्रस्तुत करती है। विस्तृत तकनीकी विवरण व समयसीमा आधिकारिक अधिसूचनाओं के अनुसार होंगे।
No comments:
Post a Comment