कोलकाता के एनसीबीसी के वैज्ञानिकों ने विकसित की पायरो ब्रीद तकनीक।
छोड़ी गई सांस के ब्रीदप्रिंट से पता चल जायेगा, कि पेट में संक्रमण सामान्य है, अल्सर है या फिर कैंसर है। इसे "पायरो-ब्रीद" नाम दिया गया है। कोलकाता के एनसीबीसी के वैज्ञानिकों ने पेट में संक्रमण से लेकर आंतों के कैंसर तक की बीमारियों के रोगाणु पहचानने का नया तरीका विकसित किया है। इसमें किसी रोगी के सांसों के सैंपल से ही पेट के रोग की शुरूआती स्तर पर ही पहचान हो जाएगी।
- कोलकाता के एनसीबीसी के वैज्ञानिकों ने विकसित की "पायरो-ब्रीद" तकनीक
- एक हजार से ज्यादा मरीजों पर परीक्षण
No comments:
Post a Comment